विदाई समारोह के लिए भाषण व अनमोल वचन | Farewell Speech and Quotes in hindi
विदाई समारोह के लिए भाषण व अनमोल वचन (Farewell Speech and Quotes in hindi)
फेयरवेल….. ये शब्द सुनते ही मन में सबसे पहले स्कूल, कॉलेज की स्मृतियाँ मन में आती हैं और मन पुरानी यादों से प्रफुल्लित हो उठता हैं, ये हो भी क्यों ना, सबसे पहले हम फेयरवेल शब्द यहीं तो सुनते हैं, समझते हैं और सबसे महत्वपूर्ण मनाते हैं. इसके बाद भी जीवन में हम विभिन्न फेयरवेल देते भी हैं और लेते भी हैं, तो आखिर ये फेयरवेल हैं क्या?
फेयरवेल का अर्थ [Meaning of Farewell] -:
जब हम किसी से विदा लेते हैं या कोई और जब हमसे अलग होता हैं तो उसे शुभकामनाओं के साथ विदा करना और उसकी शुभकामनायें प्राप्त करते हुए उसे ‘अलविदा’ कहना, फेयरवेल या विदाई कहलाता हैं. फेयरवेल 2 शब्दों से मिलकर बना हैं -: Fare + Well, इसमें Fare पुराने अंग्रेजी शब्द Faran से बना हैं, जिसका अर्थ हैं – सफ़र की ओर, तो इस प्रकार हम FareWell का अर्थ यह भी निकाल सकते हैं कि विदा लेने वाले व्यक्ति का आगे का सफ़र अच्छा और मंगलमय हो.
जैसे कि उपरोक्त वर्णित वाक्यों में हमने फेयरवेल का अर्थ स्पष्ट किया, उसी प्रकार फेयरवेल स्पीच भी जो व्यक्ति विदा लेता हैं अथवा जो लोग किसी व्यक्ति से विदा लेते हैं, उनके द्वारा दी जाती हैं.
फेयरवेल स्पीच एक साधारण ‘अलविदा’ [Goodbye], ‘फिर मिलेंगे’ [See you later] और ‘शुक्रिया’ [Thanks for Everything], आदि शब्दों से कहीं बढ़कर होती हैं और विदा करने वाले और विदा होने वाले दोनों ही पक्षों के मन में सुनहरी यादों के साथ – साथ अपनी छाप भी छोड़ जाती हैं.
एक सुनियोजित फेयरवेल स्पीच विदाई के क्षण को खास बना देती हैं, प्रतिष्ठा को मान देती हैं और उस विदा लेने वाले व्यक्ति की कृतज्ञता का सभी के सामने आभार प्रकट करने का मौका प्रदान करती हैं.
फेयरवेल स्पीच के प्रकार [Types of Farewell Speech] -:
वैसे तो फेयरवेल स्पीच विभिन्न मौकों पर दी जाती हैं और इसी कारण इसके बहुत से प्रकार हैं. परन्तु मुख्य रूप से फेयरवेल स्पीच के निम्न प्रकार हो सकते हैं -:
- स्कूल, कॉलेज में जूनियर स्टूडेंट्स या सीनियर स्टूडेंट्स द्वारा दी जाने वाली फेयरवेल स्पीच,
- ऑफिस छोड़ते समय दी जाने वाली स्पीच,
- किसी के सेवा- निवृत्त होने पर दी जाने वाली फेयरवेल स्पीच,
- किसी व्यक्ति की मृत्यु पर दी जाने वाली स्पीच,आदि.
इस प्रकार विभिन्न मौकों पर उनके आधार पर फेयरवेल स्पीच दी जाती हैं. इनमे विभिन्नता होने के बावजूद भी एक समानता अवश्य होती है, और वह हैं – भावनाएं [Emotions].
एक फेयरवेल स्पीच कैसी हो, जिसके कारण वह लोगों के दिल को छू जाये, और उनका मन प्रसन्नता से भर जायें. अतः एक फेयरवेल स्पीच में निम्न बातों को समावेश [incusion] होना चाहिए -:
- सच्चाई और ईमानदारी -: फेयरवेल स्पीच देते समय आपकी भावनाएं और आपके शब्द शुद्ध होना चाहिए. इसमें किसी तरह की बनावट ना हो. चूकिं दोनों ही पक्ष एक – दुसरे के साथ काम करते हैं, तो उनके आपसी व्यवहारों के बारे में वे स्वयं और अन्य लोग भी जानते है, तो अगर फेयरवेल स्पीच में कोई असत्य वचन हो, तो सभी को इसका एहसास हो जाता हैं और स्पीच अपना प्रभाव नहीं छोड़ पाती.
- सकारात्मकता [Positivity] -: फेयरवेल स्पीच में सकारात्मक सोच होनी चाहिए, जिससे इसके नतीजे अच्छे निकलते हैं. इस अवसर को हमें पुरानी कड़वी बातों को लेकर एक – दूसरे पर छींटाकशीं नहीं करना चाहिए, बल्कि इस अवसर का लाभ उठाते हुए, हमें पुराने गिले शिकवे भुलाकर आने वाले समय के लिए शुभकामनाओं का आदान – प्रदान करना चाहिए.
- श्रोतागण के अनुसार [According to Audience] -: आप किस स्थान पर फेयरवेल स्पीच देने जा रहे हैं, उसका ध्यान रखते हुए, अपनी फेयरवेल स्पीच तैयार करनी चाहिए, अन्यथा श्रोता इससे स्वयं को जोड़ नहीं पाते और उन्हें यह उबाऊ लगती हैं. इसे हम निम्न प्रकार के उदाहरणों से समझ सकते हैं -:
श्रोतागण और स्थान | प्रभावशील बिंदु |
स्कूल, कॉलेज में विद्यार्थियों के बीच फेयरवेल स्पीच देना | स्कूल या कॉलेज में की गयी कोई शरारत या अध्यापकों से जुड़ी कोई घटना शामिल करना. |
मित्रों के बीच फेयरवेल स्पीच देना | दोस्तों के बीच मस्ती भरी यादों और यादगार पिकनिक का उल्लेख करना. |
ऑफिस में फेयरवेल स्पीच देना | सहकर्मियों के अच्छे स्वभाव और काम में कठिनाई के वक्त मदद का कोई वाकया [incident] सुनाना. |
पड़ोसियों के बीच फेयरवेल स्पीच देना | हर छोटी – बड़ी जरुरत के समय काम आने हेतु, सुख – दुःख में साथ देने हेतु धन्यवाद अर्पित करना. |
जो व्यक्ति स्थान छोड़कर जा रहा हैं, उसकी फेयरवेल स्पीच में शामिल होने वाली कुछ बातें [Content Idea for a Leaver’s going away speech] -:
इस स्पीच में निम्न बिन्दुओं का समावेश होना चाहिए -:
- आप उस कम्पनी, क्लब, आदि के साथ कितने समय तक रहें,
- आपको उस कम्पनी, क्लब या आस – पड़ोस में क्या अच्छा लगा, आपको वहाँ की कौनसी बात प्रभावित कर गयी, आपने कौन से अच्छे पल वहाँ गुज़ारे.
- उस जगह के लोगों में क्या ख़ासियत हैं, क्या गुण हैं, जो आपको अच्छे लगते हैं.
- आप उस जगह को छोड़ते वक्त क्या महसूस कर रहे हैं.
- जिन लोगों के साथ आपने काम किया, अपना इतना लम्बा समय गुज़ारा, उनकी मदद, सलाह और दोस्ताना व्यवहार के लिए उनके प्रति आभार व्यक्त करना चाहिए.
- इस समय के दौरान हुए कुछ यादगार किस्सों को भी अपनी फेयरवेल स्पीच में शामिल करने से स्पीच लोगों के दिलों को छू जाती हैं.
- दिल के इतना करीब होते हुए भी आप इस जगह को छोड़कर क्यों जा रहें हैं, इसका कारण भी फेयरवेल स्पीच में शामिल किया जा सकता हैं.
- आप इस जगह को छोड़कर कहाँ जा रहे हैं और आपकी भविष्य में क्या योजनायें हैं, इसे भी आप अपने साथियों के साथ साझा कर सकते हैं.
- और अंत में अपने साथियों और दोस्तों के उज्जवल भविष्य की कामना, आपकी कृतज्ञता को दर्शाएंगी.
अन्य लोगों की ओर से उस स्थान को छोड़कर जाने वाले व्यक्ति को दी जाने वाली स्पीच में शामिल बातें [Content Idea for a Farewell Speech] -:
उपरोक्त वर्णित बिन्दुओं की तरह इसमें भी भावनाएं तो वही रहती हैं, बस प्रेषक बदल जाते हैं. फिर भी कुछ बिंदु निम्नानुसार हैं -:
- जिस व्यक्ति को विदाई दी जा रही हैं, उसकी बारे में कौनसी बात आपको सबसे अच्छी लगती हैं, उसे अपनी फेयरवेल स्पीच में शामिल किया जाना चाहिए, इससे उस व्यक्ति को भी अपनी एहमियत को एहसास होता हैं और वह अच्छा महसूस करता हैं.
- उस व्यक्ति की विदाई का अन्य सभी लोगों के जीवन पर क्या असर पड़ेगा और आप उस व्यक्ति की किन बातों को सबसे ज्यादा याद करेंगे, उसका उल्लेख करने से आपकी फेयरवेल स्पीच उस व्यक्ति के दिल को छू जाएगी.
- उस व्यक्ति की तरक्की और अच्छे भविष्य के लिए शुभकामनायें देना.
फेयरवेल स्पीच देने के तरीकें [Ways to deliver your Farewell Speech in hindi] -:
अगर आप फेयरवेल स्पीच देने जा रहें हैं तो इसके 3 तरीकें हो सकते हैं, जो आप अपनी सहुलियत और समारोह के अनुसार अपना सकते हैं. ये तरीके निम्न लिखित हैं -:
- अपनी स्पीच पढ़ना [Read your speech] -: अगर ये विदाई आपको भावनात्मक रूप से बहुत प्रभावित [Emotional] कर रही हो, तो ये सबसे उपयुक्त तरीका हैं. आप जो भी कहना चाहते हैं, उसकी एक आउटलाइन तैयार करके अपनी स्पीच पढ़ें. साथ ही इसे प्रिंट करते समय यह ध्यान रखें कि, शब्दों का आकार बड़ा हो और दो लाइनओं के बीच पर्याप्त अंतर हो अन्यथा पढने में कठिनाई हो सकती हैं.
- क्यू कार्ड्स का प्रयोग [Use Cue Cards] -: अगर आप मुख्य शब्दों को ही कार्ड पर लिखकर अपनी फेयरवेल स्पीच देते हैं तो यह स्पीच को मात्र पढ़े जाने से अधिक प्रभावपूर्ण होगी. इन कार्ड्स पर नंबर लिखे होने चाहिए. इसका फायदा यह भी होता हैं कि आप एक पॉइंट से दुसरे पॉइंट को जोड़ते हुए अपनी बात कहने में सक्षम हो पाते हैं और आगे की बातें भी स्पष्ट रूप से समझ आती हैं और लोगों से भी रिस्पोंस प्राप्त करने में सफल होते हैं.
- याद करके स्पीच देना [Give your speech from memory] –: अगर आपके पास फेयरवेल स्पीच को तैयार करने और याद करने का समय हैं तो आप यह तरीका भी अपना सकते हैं. इससे आप लोगों से आसानी से इंटरेक्ट कर सकते हैं. परन्तु यदि आप बीच में कहीं कुछ भूल जाते हैं तो आगे की फेयरवेल स्पीच को अच्छी तरह संभालने की कला भी आपको आना जरुरी हैं अन्यथा आपकी फेयरवेल स्पीच विफल हो जाएगी.
उपर बताये गए तरीकों को अपनाकर आप अपने फेयरवेल को यादगार बना सकते है.
फेयरवेल के अनमोल वचन (Farewell Quotes)
किसी को अलविदा कहते हुए अक्सर उसे ऐसे भेजना चाहिए, कि उसके मन में आपके शब्द हमेशा के लिए बैठ जाए. यहाँ पर ऐसे ही कुछ अनमोल वचन दिए जा रहे है, जो आप अपने दोस्तों से अलग होते वक़्त उन्हें कह सकते हैं.
- अलविदा शब्द सिर्फ उन लोगों के लिए होता है, जो केवल आँखों से प्रेम करते हैं. मन से प्रेम करने वालों के लिए अलविदा जैसा कोई शब्द नहीं होता है.
- मैं कितना ख़ुशनसीब हूँ कि मेरे पास कोई ऐसी चीज़ है, जिसे अलविदा कहते हुए मुझे दुःख होता है, और उसे अलविदा कहना मेरे लिए मुश्किल हो जाता है.
- हम जिसे आरम्भ कहते हैं, वह प्रायः एक अंत होता है, और एक अंत एक आरम्भ को जन्म देता है. अक्सर हम जहाँ से आरम्भ करते हैं वास्तव में वह एक अंत है.
- हम लोगों के लिए अलविदा जैसा कोई शब्द नहीं है, तुम जहाँ भी रहो मेरे मन में रहोगे.
- यदि आप इतने बहादुर है कि अलविदा कह सकें, तो आपका जीवन आपको एक नया हेल्लो ज़रूर कहेगी.
- यह अलविदा नहीं मेरे दोस्त! यह शुक्रिया है….!
- यह समाप्त हुआ इसके लिए मत रोना, बल्कि यह पूरा हुआ इसके लिए जश्न मनाओ..
- मनुष्य की भावनाएं दो समय में सबसे अधिक पवित्र होती हैं, एक तो जब वह किसी से मिलता है और दूसरा तब जब वह उससे अलग होता है.
- कभी अलविदा मत कहो.. क्योंकि अलविदा कहने का अर्थ है दूर जाना और दूर जाने का अर्थ है भूल जाना.
- केवल अलविदा कहते हुए ही हमें अपने प्रेम की गहराइयों का एहसास हो पाता है.
- हम फिर मिलेंगे… नहीं पता कहाँ और कब किन्तु.. मैं जानता हूँ ,हम फिर मिलेंगे किसी धुप भरे दिन में..
- सभी अंत का एक नया आरम्भ होता है.
- एक अलविदा कभी भी पीड़ादायक नहीं होगा, यदि आप इस अलविदा के बाद पुनः एक नया हेल्लो कह लेते हैं.
- मुझे ऐसा लगता है कि मुझे तुम्हे अलविदा कहने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि शायद हम फिर से जल्द मिलने वाले हैं.
- आगे बढ़ जाना पीछे रहने की तुलना में काफ़ी आसान होता है.
- अलविदा कहते हुए यह समझ आता है कि क्या आपके पास था, क्या आपने खोया और क्या आपने बिना प्रमाण का ही सही मान लिया था.
- जीवन एक यात्रा है न कि कोई तय स्थान कि यहाँ पर ठहरा जा सके.
- गुडबाय हमेशा के लिए नहीं होता है और न ही यह एक समाप्ति है. इसका साधारण अर्थ यह है कि जब तक हम लोग फिर से नही मिलते तब तक तुम याद आते रहोगे.
- मिलना और बिछड़ना लगातार लगा रहता है. कोई भी व्यक्ति हमेशा खुश नहीं रह सकता.
- जीवन में दो सबसे मुश्किल कार्य किसी को हेल्लो कहना और किसी को गुडबाय कहना होता है.
इन सभी प्रेरक अनमोल वचन का प्रयोग करके आप अपने चहेते दोस्त को फेयरवेल दे सकते हैं.
FAQ
शिक्षक अगर स्कूल से जा रहे है, तो उन्हें अपने बच्चों को एक स्पीच देनी चाहिए. इसमें उन्हें मुख्यरूप से बच्चों को उत्साहित करनी करनी वाली बातों को शामिल करना चाहिए. जीवन में कैसे आगे बढ़ सकते है, अपने लक्ष्य को कैसे प्राप्त करें, ये सभी बातें रखनी चाहिए. साथ अपनी जिंदगी से जुड़े कुछ ऐसे पहलु को साझा करें, जिससे बच्चे कुछ सीखकर अपने जीवन में उतारें.
बच्चे अगर स्कूल/कॉलेज छोड़ कर जा रहे है तो उन्हें अपनी फेयरवेल स्पीच को बहुत बड़ी नहीं रखना चाहिए क्यूंकि आपके अलावा बहुत से लोगों को स्पीच देनी है, ऐसे में अधिक समय लगेगा. आप अपनी स्पीच की शुरुवात धन्यवाद के साथ करें, फिर आप अपने अनुभव को साझा करें कि कैसे उस विद्यालय ने वहां के शिक्षकों ने आपकी मदद की है. आप इस अनुभव के साथ जीवन में आगे बढेंगें.
इसमें मुख्यरूप से अपने अनुभव को साझा करना चाहिए, क्यूंकि इसके द्वारा आपने जूनियर आपसे सीखेंगें और काम में और आगे बढेंगें. आप जिस कंपनी में है उसके लिए भी अच्छी बातें बोलनी चाहिए. आपको अपने जूनियर को उत्साहित करने के लिए कई बातें बोलनी चाहिए.
जूनियर्स को अगर भाषण देना है तो उन्हें सीनियर को भविष्य में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी हुए अपनी स्पीच रखनी चाहिए.
आपको सबसे साथ कुछ अच्छे अनुभव साझा करना चाहिए, आपका इनके साथ रहने का अनुभव कैसा रहा, कैसे दुःख दर्द में सब साथ रहे. फिर आगे भी आप टच में रहेंगें ऐसा बोल कर ख़त्म करना चाहिए.
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